रेखा की बात सुनकर सुषमा अब अपनी स्थिति को एक अलग नजर से देखने लगी। रेखा की बात सुनकर सुषमा अब अपनी स्थिति को एक अलग नजर से देखने लगी।
पर कोरोना कुछ मेरी ही तरह का ढीठ निकला, जाकर ही न दे रहा। । पर कोरोना कुछ मेरी ही तरह का ढीठ निकला, जाकर ही न दे रहा। ।
इस कोरोना काल में एक और बंद मुट्ठी की रेत सर्र से निकल गयी थी। इस कोरोना काल में एक और बंद मुट्ठी की रेत सर्र से निकल गयी थी।
भगवान उन दिवंगत आत्माओं को शांति और अपने चरणों में स्थान दे। भगवान उन दिवंगत आत्माओं को शांति और अपने चरणों में स्थान दे।
पहले इस संसार में सब अपने स्तर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास भी करते हैं। पहले इस संसार में सब अपने स्तर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास भी करते हैं।
अभी गंगा न सही एक ब्राह्मण से तो मिल लूँ जिसे लेकर गुरु के पास जाना है अभी गंगा न सही एक ब्राह्मण से तो मिल लूँ जिसे लेकर गुरु के पास जाना है